पढ़ाई और घरेलू जिम्मेदारियों से टाइम नहीं मिला तो अब बचपन के शौक को पूरे कर रही हैं अनिता

पटवों की हवेली की यह पेंटिंग है मेरी पसंद: पटवा की हवेली की यह पेंटिंग मेरे सबसे ज्यादा करीब है। इसमें बारीकी से डिटेलिंग की और उसमें जो कबूतर बनाने में मुझे बहुत मजा आया था। इसे बनाने में करीब 3 महीने लगे थे। सबसे ज्यादा टाइम लगा था इसलिए भी वो मुझे सबसे प्रिय है।

विशेष | मेहरानगढ़ आर्ट गैलेरी में लगाई है जोधपुर में अपनी पहली एग्जीबिशन