रेप की घटनाओं पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का विपक्ष पर निशाना

 


लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि आप (विपक्षी सांसद) आज यहां चिल्ला रहे हैं, इसका मतलब है कि आप नहीं चाहते कि कोई महिला खड़ी हो और मुद्दों पर बात करे. आप उस समय शांत थे जब पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों में, बलात्कार को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था, तब आप शांत थे. देश में रेप और मर्डर की घटनाओं पर संसद में बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी बोल रहीं थीं.इससे पहले संसद में रेप की घटनाओें पर हो रही बहस के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्‍नाव में रेप पीडि़ता को जिंदा जलाए जाने की घटना पर रोष व्‍यक्‍त किया. उन्‍होंने कहा कि उन्नाव में पीड़िता 95% तक जल गई, इस देश में क्या चल रहा है? एक तरफ भगवान राम का मंदिर बनाया जा रहा है और दूसरी तरफ सीता मैया को आग लगाई जा रही है. अपराधी ऐसा करने की हिम्‍मत कैसे जुटाते हैं? अधीर रंजन चौधरी के इस बयान के बाद कांग्रेस के सांसदों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्‍कार किए और उठकर बाहर चले गए.  दिल्‍ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जो भी हुआ वह बिल्‍कुल ठीक हुआ. लोकसभा में एनकाउंटर पर बहस के दौरान मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है. उन्‍होंने कहा कि, '...आप अपराध भी करेंगे और हथकड़ी खोलकर भागने का प्रयास भी करेंगे. पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है, वह क्‍या करती.' मीनाक्षी लेखी ने कहा कि निर्भया वाले मामले में दिल्‍ली की सरकार ने फैसला लेने के लिए फाइल महीनों दबाकर रखा. इससे पहले हैदराबाद रेप कांड के चारों आरोपियों का आज सुबह एनकाउंटर कर दिया गया. इन चारों पर महिला वेटरनरी डॉक्टर के साथ रेप और उसे मारकर जला देने का आरोप था. पुलिस का दावा है कि ये सभी आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे और इस दौरान पुलिस की ओर से हुई फायरिंग में सभी आरोपी मारे गए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह एनकाउंटर आज तड़के 3 बजे से 6 बजे के बीच हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक अदालत में चार्जशीट दाखिल करने के बाद पुलिस इन चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई थी ताकि 'सीन ऑफ क्राइम' (रिक्रिएशन) की पड़ताल की जा सके. लेकिन उनमें से एक आरोपी ने पुलिसकर्मी का हथियार छीन कर भागने की कोशिश करने लगा. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर यह आरोपी भाग जाते तो बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता इसलिए पुलिस के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था और जवाबी फायरिंग में चारो आरोपी मारे गए.